हरिद्वार – भड़काऊ भाषण मामले में शिया वक्फ बोर्ड यूपी के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी को हरिद्वार पुलिस ने उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश के नारसन सीमा से गुरुवार की शाम गिरफ्तार कर लिया है। वसीम रिजवी को शहर कोतवाली लाकर घंटों तक पूछताछ की गई।
वसीम रिजवी की गिरफ्तारी दरअसल हरिद्वार निवासी गुलबहार खान की दर्ज़ कराई शिकायत के आधार पर हुई है| इस शिकायत में ये आरोप लगाय़ा गया था, “वसीम रिज़वी जो अब जितेंद्र नारायण त्यागी के नाम से जाने जाते हैं, ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर पैगम्बर मोहम्मद और उनके अनुयायियों के खिलाफ गलत बयानी की है। यह एक सोची-समझी साजिश है। आरोपितों ने इन बयानों को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है।” ये धर्म संसद खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन में 7 से 19 दिसंबर 2021 के दौरान आयोजित हुआ था।
वसीम रिजवी की गिरफ्तारी के वक्त का वीडियो सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है जिसमें यह साफ देखा जा सकता है कि उनके साथ जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं गाजियाबाद के डासना स्थित देवी मंदिर के महंत स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी भी उसके साथ मौजूद है । भड़काऊ भाषण की गिरफ्तारी वारंट में नरसिंहानंद का नाम शामिल है लेकिन पुलिस ने सिर्फ वसीम रिजवी की गिरफ्तारी की है। वीडियो में यह भी साफ देखा जा सकता है कि यति नरसिंहानंद वहां पर मौजूद पुलिस वालों को और बच्चो को मारने की भी धमकी दे रहा है|
पुलिस के मुताबिक वसीम रिजवी और स्वामी नरसिंहानंद गिरी एक ही वाहन में हरिद्वार से बाहर जा रहे थे। डीआईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल के मुताबिक कानूनी कारणों से स्वामी नरसिंहानंद गिरी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
वसीम रिजवी अपने भड़काऊ भाषण के बाद से अपने आप को सही साबित करने की कोशिश में लगे हुआ हैं| वो ये कह रहा है ” मेरे विरुद्ध हरिद्वार में जो मुकदमा दर्ज करवाया गया है, इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में भी मुकदमा दर्ज करवाया था। भारत के विभिन्न थानों में हेट स्पीच बता कर मेरे विरुद्ध जो मुकदमे दर्ज करवाए जा रहे हैं ये कट्टरपंथी मुल्लाओं की, मुस्लिम समाज के आतंकी लोगों की बौखलाहट है। क्योंकि वो समझ रहे हैं कि उनकी पोल खुल चुकी है। सच्चाई कहना हेट स्पीच नहीं है।”