
“सुल्ली- बुल्ली डील्स” मामले में यूएन ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज कराई है। संयुक्त राष्ट्र के विशेष अधिकारी डॉ फर्नांड वारेनेज ने चिंता जताते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है।
डॉ वारेनेज ने कहा “भारत में मुस्लिम महिलाओं का उत्पीड़न किया जा रहा है, उनकी नीलामी की जा रही है।इसकी निंदा की जानी चाहिए और ऐसी घटनाएं होते ही जल्द से जल्द मुकदमा चलाया जाना चाहिए।”
डॉ वारेनेज यूएन में अल्पसंख्यक मामलों के विशेष अधिकारी हैं। भारत में अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे उत्पीड़न के मुद्दे पर उन्होंने अपनी चिंता जाहिर की है । उन्होंने कहा कि भारत में अल्पसंख्यक मुस्लिम महिलाओं को जातीय नफरत से प्रेरित सामग्री के रूप में सुल्ली डील्स जैसे सोशल मीडिया ऐप पर उत्पीड़ित किया जा रहा,और उनकी बिक्री की जा रही है । अल्पसंख्यकों के सभी मानवाधिकार पूरी तरह से बराबरी के आधार पर संरक्षित होने चाहिए।
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते ही “सुल्ली बाई ” ऐप के मास्टरमाइंड 26 वर्षीय ओमकारेश्वर ठाकुर को मध्यप्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया। मुख्य आरोपी बीसीए का छात्र है। पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी ने स्वीकार किया कि उसी ने वह ऐप बनाई थी। और ट्विटर पर एक ट्रोल ग्रुप का सदस्य भी था। उसने मुस्लिम महिलाओं को बदनाम और ट्रोल करने के लिए बनाया था।
1 जनवरी को द वायर की पत्रकार ने ट्वीट कर “बुल्ली बाई ऐप” के जरिए अपनी नीलामी की बात की।
उसके बाद मुंबई पुलिस ने 3 आरोपियों को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया। “बुल्ली बाई ऐप ” का मुख्य आरोपी नीरज विश्नोई को दिल्ली पुलिस ने असम के जोरहाट से गिरफ्तार किया। पुलिस के सामने उसने मुस्लिमों से नफरत की बात भी की है।