जो ज़हर सोशल मीडिया पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के लिए बोया जाता था वही जहर अब स्कूल के छात्रों के मन में भरा जा रहा है।गुजरात के वलसाड जिले के एक स्कूल कुसुम विद्यालय में “मारो आदर्श नाथूराम गोडसे” विषय पर छात्रों से एक भाषण प्रतियोगिता कराया जाता है। हालाँकि मामला सामने आने के बाद इससे संबंधित एक युवा विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया
वलसाड में जिला युवा विकास अधिकारी के कार्यालय की ओर से स्कूल में बाल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसमें तीन विषय तय किए गए थे। उनमें से एक विषय था- मेरे आदर्श नाथूराम गोडसे।प्रतियोगिता में भाग लेने वाले एक छात्र को गांधी की निंदा करने और गोडसे को नायक के रूप में बताने के लिए प्रथम पुरस्कार भी दिया गया।
द वायर के मुताबिक जिला युवा विकास कार्यालय ने बाल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन किया।इसमें कक्षा के बच्चों के लिए बाल प्रतिभा शोधन संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। कई विषयों पर क्लास 5 से 8 में पढ़ने वाले 11 से 13 वर्ष के छात्रों ने भाषण दिए थे।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक जिला अधिकारी क्षिप्रा अर्गे ने इस मामले में गांधीनगर से सांस्कृतिक विभाग के उच्च अधिकारियों से आदेश मिलने के बाद संबंधित युवा विकास अधिकारी नीताबेन गवली को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इस बीच कुसुम विद्यालय के प्रबंधन ने कहा कि उसने इस तरह के आयोजन के लिए केवल अपना परिसर उधार दिया था। स्कूल के किसी भी शिक्षक या छात्र ने इस कार्यक्रम में भाग नहीं लिया था। हालांकि, वाइब्स ऑफ इंडिया ने बताया कि कुसुम विद्यालय के एक छात्र ने भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया था और एक पुरस्कार भी जीता था। हालांकि, छात्र ने एक अलग विषय पर बात की।
भाषण के साथ-साथ दोहा चांद सोपई, लोक संगीत, लोकगीत, निबंध लेखन, चरित्र भूमिकाएं, कोरल संगीत, भजन, लोक नृत्य, शिल्प सहित अन्य प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं।
वहीं वलसाड जिला शिक्षा अधिकारी वी.डी बरैया ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भी उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा – “हमें कुसुम विद्यालय में आयोजित इस तरह के एक कार्यक्रम के बारे में पता नहीं था, क्योंकि यह जिला युवा विकास कार्यालय द्वारा नियोजित और कार्यान्वित किया गया था। युवा विकास कार्यालय ने 8 फरवरी को जिले के सभी 25 सरकारी और निजी स्कूलों को एक पत्र भेजा था और 14 फरवरी को वलसाड के तीथल रोड पर कुसुम विद्यालय में होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्रों की भागीदारी की मांग की थी।जजों की भी प्रतिनियुक्ति की गई थी।”
वाइब्स ऑफ इंडिया के अनुसार, इस प्रतियोगिता के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आयोजकों ने प्रथम पुरस्कार जीतने वाले लड़के को ट्रॉफी वापस करने का निर्देश दिया। लेकिन छात्र ने रोते हुए कहा कि उसने इस भाषण प्रतियोगिता के लिए काफी मेहनत किया था। उसने कहा- “मैंने वास्तव में इस पर बहुत मेहनत की थी और अपने शिक्षकों को भी विश्वास में लिया था।यह उचित नहीं है।”