हम, भारत के लोग, भारत को, एक संपूर्ण, प्रभुत्व संपन्न, समाजवादी,पंथनिरपेक्ष,लोकतंत्रात्मक,गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय,विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास,धर्म और उपासना की स्वतंत्रता,प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए….
यह संविधान की प्रस्तावना है जिसे भुलाए जाने की लगातार कोशिश की जा रही है, हमने सोचा कि आपको याद दिला दें। देश के प्रधानसेवक नरेंद्र मोदी जी बड़े जोर शोर से नए भारत बनाने का ढिंढोरा पीटते हैं। देखिए मोदी जी, आपके बनाए इस नए भारत में नफरत कितनी बढ़ती जा रही है।
नए भारत में लोग एक-दूसरे के खिलाफ इतने नफरती होते जा रहे हैं कि ना तो संविधान को मानते हैं और ना ही इस देश की कानून को। इस नए भारत में कुछ लोग इतने कट्टर हो गए हैं कि उन्हें अगर किसी की जान भी लेनी पड़ी तो वो पीछे नहीं हटेंगे। इस नए भारत में लोगों को कपड़ों से भी दिक्कत होने लगी है।
ये है असली टुकड़े टुकड़े गैंग के सरगना का बनाया नया भारत
— Sakshi Joshi (@sakshijoshii) February 8, 2022
कौन डिवाइड एंड रूल करा रहा है समझ आ रहा है ना! pic.twitter.com/bwD4TJn5HR
पिछले दिनों से चलता आ रहा है “हिजाब विवाद” अब खतरनाक मोड़ पर आ गया है। एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें हिजाब पहने एक छात्रा को भगवा शॉल पहने लड़के घेरने की कोशिश करते हैं। यह वीडियो कर्नाटक के मंड्या स्थित पीईएस कॉलेज का बताया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे भगवा शॉल ओढ़े हुए लड़के “जय श्रीराम” के नारे लगाकर उस लड़की को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। जवाब में हिजाब पहने हुई लड़की भी बड़े जोर से “अल्लाह हू अकबर” के नारे को बुलंद करती है और कहती है कि हिजाब पहनना उसका अधिकार है।
इस नए भारत के वीडियो को देखने के बाद नए भारत के मुखिया को खुश हो जाना चाहिए। जिस नफ़रत को वह सालों से बांटते आ रहे हैं वह नफ़रत अब लोगों के घर तक पहुँच चुकी है और नए भारत का भविष्य बनता दिख रही है। नए भारत में भगवा शॉल ओढ़े सैकड़ों लड़के एक हिजाब पहली अकेली छात्रा को घेर कर उसे नीचा दिखाते हैं। उसे यह बोध कराते हैं कि उसने हिजाब पहनकर बहुत बड़ा गुनाह कर दिया है। उसे ये बताने की कोशिश करते हैं कि अगर भारत में रहना है तो भगवा शॉल ओढ़ना होगा और जय श्रीराम के नारे लगाने होंगे। ये वीभत्सता की पराकाष्ठा है।
नए भारत में विचार, अभिव्यक्ति और धर्म की आजादी को छीनने की कोशिश की जा रही है। नए भारत में देश के प्रधानसेवक बड़े दंभ में चुनावी रैलीयों में कहते हैं कि “वो कौन हैं, उन्हें कपड़ों से पहचाना जा सकता है।” सत्ता में बने के लिए सरकार नफ़रत परोस रही है। और वही नफरत भारत के भविष्य को बर्बाद कर रही है।
जिस उम्र में बच्चों को खेलना चाहिए, घूमना चाहिए, अपने करियर पर ध्यान देना चाहिए, उस उम्र में इनमें दूसरे धर्मों के नफरत भरी जा रही है। नए भारत में लोगों को धर्म, कपड़ों और खानपान के आधार पर बांटने का काम किया जा रहा है। रोजगार, स्वास्थ्य मंहगाई इत्यादि पर सवाल उठाने की जगह देश के भविष्य अन्य धर्मों के रहन सहन पर सवाल उठा रहें हैं।
कल सदन में देश के मुखिया नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को टुकड़े-टुकड़े गैंग का लीडर बताया था। लेकिन “हिजाब विवाद” ने सरकार को एक बार फिर आईना दिखा दिया है। “हिजाब विवाद” ने सरकार को बता दिया है कि कौन टुकड़े टुकड़े गैंग से ताल्लुक़ रखते हैं। हिजाब पहने इन स्टूडेंट्स ने सरकार को दिखा दिया है कि उनके नए भारत में नफरत कितनी बढ़ गई है। मुस्लिम महिलाओं की इज्ज़त नीलाम करना इनके लिए न्यू नॉर्मल है। “बुल्ली और सुल्ली डील्स” विवाद के सारे आरोपी युवा और हिंदू हैं। इन सब ने एक ही बात कही कि इन्हें मुस्लिमों से नफरत है। हिजाब विवाद में भी सारे कॉलेज के छात्र हैं।
अब आप सोचिए कि आपके बच्चे का भविष्य क्या होगा।