बिहार में रेलवे की RRB-NTPC की परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर छात्रों ने खूब बवाल किया था । बिहार के कई इलाकों में छात्र आंदोलन ने उग्र रूप भी ले लिया था। इस पूरे छात्र आंदोलन में पप्पू यादव और उनकी पार्टी जाप ने छात्रों का खुलकर समर्थन किया और उनके पार्टी के कार्यकर्त्ता सड़कों पर भी उतरे। हालांकि आंदोलन अब रुक चुका है लेकिन इस पूरे मुद्दे पर विवाद अभी जारी है । जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव के एक बयान ने यूपी से बिहार तक के सियासत को गरमा दिया है।
पप्पू यादव ने उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर विवादित बयान देते हुए बड़े तीखे लहजे में अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि ” मैं यूपी से नहीं हूं, वरना वहां के कायर सीएम को पद पर रहते उनकी गर्मी ठंडा कर देता। इतना ही नहीं उन्होंने आगे लिखा है कि ना गरिमा, ना तमीज, ना लोक लाज है । अहंकार टपक रहा है, यह रावण के बाप हैं। इस ट्वीट में उनकी की भाषा से उनका रंगदार लहजा साफ झलक रहा है।
पप्पू यादव के इस बयान पर भाजपा कहां चुप रहने वाली थी। जिस तीखे लहजे में पप्पू यादव ने यह बयान दिया उसी तीखे लहजे में भाजपा प्रवक्ता ने भी उसका जवाब दिया। उन्होंने भी शब्दों की मर्यादा भूल कर पप्पू यादव को जवाब दिया। भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने पलटवार करते हुए कहा “पप्पू यादव बिल्कुल जाहिल व्यक्ति हैं। वह भले अपने दामन को साफ करते फिर रहा हैं। लेकिन उनका दामन कभी साफ नहीं होने वाला है। जो उनकी पुरानी प्रवृत्ति है, उनके जुबान से आ ही जाती है। और ऐसे जाहिल इंसान से इससे ज्यादा की उम्मीद भी नहीं की जा सकती है। ”
पप्पू यादव को हमेशा ही बिहार में युवाओं और छात्रों से अच्छा समर्थन मिलता रहा है। RRB-NTPC की परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर बिहार में छात्रों के प्रदर्शन हो या बिहार में के बाढ़ के दौरान लोगों की मदद करना पप्पू यादव ने हमेशा खुलकर समर्थन किया। छात्र आंदोलन में वो सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक छात्रों के साथ खड़े नजर आए। से पहले भी सरकार पर तंज कसते हुए पप्पू यादव ने ट्वीट कर लिखा था कि “युवा मांगे रोजगार, डंडा मारे अंबानी का यार । नहीं दे सकते रोजगार तो गद्दी छोड़ो मोदी सरकार।” वहीं एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि ” हुकूमते हिन्दुस्तान को अंग्रेजों के मानस संतान को हम नहीं मानते, हम नहीं जानते। युवाओं को रोजगार दे न सका, उनका स्नेह ले न सका, उन पर ही प्रहार करने चला, युवाओं आगे आओ, इन्हें कुर्सी से उतार भगाओ!”