मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को बाला साहेब ठाकरे की 96 वीं जयंती के मौके पर अपनी पार्टी के नेताओं और समर्थकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। इस मौके पर उद्धव ठाकरे विपक्ष को निशाना बना और कई आरोप लगाए । उन्होंने कहा कि अब मेरा भी मानना है कि शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन करके अपने 25 सालों को बर्बाद कर दिया। शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी का हिंदुत्व केवल सत्ता के लिए है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आगामी मुंबई महानगरपालिका समेत महापालिकाओं और जिला परिषदों के चुनावों को देखते हुए शिवसेना के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात की और चुनावी कार्यक्रमों पर भी चर्चा की।
विपक्ष द्वारा लगातार हो रही उनके अस्वस्थ होने की चर्चाओं पर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी। इस संबोधन में उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह का नाम लिए बिना कहा कहा, “अगर असली मर्द हैं तो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक नीति पर चलें। एक तरफ साथ चलने की बात करते हैं और दूसरी तरफ ईडी पीछे छोड़ देते हैं। ”
We are the ones who supported them (BJP). We had an alliance for 25 years. BJP used Hindutva for power. We left BJP but will not leave Hindutva. BJP is not Hindutva. Tactics were used against us when we challenged them: Maharashtra CM Uddhav Thackeray (23.01) pic.twitter.com/QqRIeZeMMY
— ANI (@ANI) January 24, 2022
उन्होंने कहा कि, ” 25 साल तक हम बीजेपी के साथ गठबंधन में सड़ते रहे। इनका हमने तब साथ दिया जब इनकी जमानत जब्त हो जाती थी। तब इन्होंने महाराष्ट्र में हमसे गठबंधन किया। पंजाब में अकाली दल से गठबंधन किया। लेकिन आज की बीजेपी इस्तेमाल कर सहयोगियों को छोड़ देने वाली पार्टी है। हमारे साथ ये गुलामों की तरह व्यवहार कर रहे थे। इन्होंने वचन तोड़ा इसलिए हमने एनसीपी और कांग्रेस से नाता जोड़ा। ”
बता दें कि 2019 के महाराष्ट्र चुनावों के बाद शिवसेना भाजपा से अलग हो गई और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाने के लिए एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठजोड़ किया
कॉन्फ्रेंसिंग में उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ा है न कि हिंदुत्व का। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ सत्ता के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बाला साहेब ठाकरे की प्रतिमा लगाई जाएगी और भविष्य में हम दिल्ली की सत्ता पर भी होंगे। तो आगे बोले ” जब बाबरी मस्जिद गिरी तब देश भर में शिवसेना की लहर थी। उस वक्त शिवसेना की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी कि तब हम दिल्ली पर भी कब्जा कर सकते थे । लेकिन बीजेपी के साथ गठबंधन धर्म का खयाल करते हुए हम महाराष्ट्र से बाहर नहीं गए। अगर हमने उस वक्त महाराष्ट्र की सीमा लांघी होती तो देश का प्रधानमंत्री शिवसेना का होता।
आगे सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने कार्यकर्ताओं को आगामी स्थानीय निकायों के चुनावों में जम कर लड़ने का मिस्टर करने को कहा है । उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों के चुनाव में शिवसेना क्यों पीछे हो जा रही है? आखिर क्यों यह चौथे नंबर पर आ रही है? उन्होंने कमियों में सुधार करते हुए एनसीपी, कांग्रेस और बीजेपी की तरह रणनीति बनाकर चुनाव लड़ने का निर्देश दिया।