
श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर: बीते 2 दिन जम्मू कश्मीर और खासकर प्रेस क्लब ऑफ जम्मू कश्मीर(KPC) के लिए बेहद तनावपूर्ण रहे। शुक्रवार को अचानक से घाटी में यह खबर फैल गई कुछ पत्रकार प्रेस क्लब ऑफ कश्मीर में एक मीटिंग रखने वाले हैं जिसमें वह क्लब के अगले प्रेसिडेंट चुनाव कर सकते हैं।
कुछ देर बाद अचानक से क्लब के बाहर पुलिस अधिकारी अपनी चिंता का कारण बताए बिना “कल कानून और व्यवस्था की स्थिति होगी” का सोचकर तैनात हो गए। लोगों में चिंता की स्थिति तब और बढ़ गई जब अचानक से शनिवार की दोपहर सशस्त्र सैनिकों की टुकड़ी को वहां पर तैनात कर दिया। सैनिक वहां पूरी दोपहर पैदल और गाड़ियों में गस्त करते रहे। तैनाती की वजह पूछने पर वह सिर्फ इतना बोले ‘जब साहब आ जाएंगे तो वहां से चले जाएंगे’। ”
न्यूज़लॉन्ड्री रिपोर्ट के अनुसार कुछ ही देर में एक-एक करके 11 पत्रकारों का समूह प्रेस क्लब के अंदर जुटना शुरू हो गया। लगभग 1:45 तक क्लब के पूर्व अंतरिम अध्यक्ष सलीम पंडित एक बुलेटप्रूफ एंबेसडर और स्कॉर्पियो सहित अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ वहां पर पहुंचे ।

इसके बाद प्रेस क्लब के अंदर एक मीटिंग हुई है जिस के 1 घंटे के अंदर क्लब के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप और मेल पर यह घोषणा की गई कि ” घाटी के अलग-अलग पत्रकारों ने अंतरिम रूप से एक निकाय (body) बनाई है जिसमें यह तय किया है कि वरिष्ठ पत्रकार पंडित सलीम अध्यक्ष पद पर, जुल्फिकार मजीद को महासचिव के तौर पर और अर्शीद रसूल को कोषाध्यक्ष के तौर पर अगले चुनाव होने तक प्रेस क्लब ऑफ कश्मीर को चलाएंगे।
पंडित सलीम ने यह कहते हुए तख्तापलट कुछ सही बताया कि “बीते छह महीनों में प्रेस क्लब में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है सब कुछ बिगड़ चुका है”। कई लोगों ने उन पर ये इल्जाम भी लगाए कि वह किसी के कहने पर यह कर रहे हैं जिस पर जवाब देते हुए पंडित सलीम ने यह कहा ” मैं किसी के कहने पर नहीं कर रहा हूं और यह मेरा अल्लाह जानता है|”
The Editors Guild of India is aghast at the manner in which the office and the management of Kashmir Press Club, the largest journalists’ association in the Valley, was forcibly taken over by a group of journalists with the help of armed policemen on January 15, 2022. pic.twitter.com/D6zVW7iW1P
— Editors Guild of India (@IndEditorsGuild) January 16, 2022
पंडित सलीम ने यह बात कई बार दोहराई कि अगले चुनाव होने तक यह अंतरिम निकाय ही प्रेस क्लब ऑफ कश्मीर को चलाएगा। लेकिन यह सवाल पूछे जाने पर कि अगला चुनाव कब होगा वह कुछ नहीं बोले।
इस पूरे हालात पर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने आधिकारिक पत्र ट्विटर के जरिए जारी करते हुए लिखा है कि प्रेस क्लब ऑफ इंडिया , प्रेस क्लब ऑफ कश्मीर में हुई घटनाओं को लेकर बेहद चिंतित है। हम यह चाहते हैं कि क्लब में शांतिपूर्वक और लोकतांत्रिक तरीकों से चुनाव करवाया जाए। हम जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से यह अपील करते हैं कि इस पूरे मामले को अपने संज्ञान में ले और जल्द से जल्द चुनाव करवाएं । “