एक तरफ तो कांग्रेस दावा करती है कि वह नफरत को हराने वाली पार्टी है।लेकिन दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के वरिष्ठ नेता कुछ और कहते और करते दिख रहे हैं। नफरत को हराने वाली पार्टी जब नफरत फैलाने वालों को ही अपनी पार्टी की सदस्यता दिलाते हैं तो क्यूँ वह जनता से झूठ बोल रहे हैं।क्या इससे कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं दिखता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एक ऐसे इंसान को पार्टी की सदस्यता दिलाई जिसका काम ही सालों से नफरत फैलाना रहा है।
कल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने ऑफिशियल सोशल हैंडल से अमित जानी नाम के एक व्यक्ति को कांग्रेस के सदस्यता दिलाई।अपने हैंडल से आचार्य कृष्णम ने कॉंग्रेस के राज्यसभा सदस्य एवं बिहार कैंपेन कमेटी के चेयरमैन अखिलेश प्रसाद सिंह की मौजूदगी में नफरती अमित जानी को कॉंग्रेस पार्टी में शामिल कराया है।
बता दें कि आचार्य प्रमोद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के राजनैतिक सलाहकार भी हैं।
सोशल मीडिया पर थू-थू होने के बाद जब कांग्रेस की नींद टूटी तो कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा
“कांग्रेस पार्टी अपनी विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध है। किसी भी उन्मादी अतिवादी एवं कट्टरपंथी तत्व की कांग्रेस में कोई जगह नहीं है।ऐसे किसी भी व्यक्ति को कांग्रेस में सदस्यता नहीं दिलाई गई है। यदि कोई भी इस चाल चरित्र का व्यक्ति ऐसा दावा कर रहा है,वह सिर्फ भ्रमित कर रहा है।”
From supporting Shambhu Lal Regar, man who uploaded a video of himself hacking and burning a Muslim migrant worker to death, To supporting Yogi, To supporting 'Hindu Yodha' Yati Narasinghanand, To joining a party which is against 'Hindutva'.
CC: @priyankagandhi @RahulGandhi 👋 pic.twitter.com/2cZLHKQ75o— Mohammed Zubair (@zoo_bear) January 16, 2022
कौन है अमित जानी?
अमित जानी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी युवजन सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष है। 2018 में अमित जानी ने शंभू लाल रेगर को अपना हीरो माना था।शंभू लाल रेगर वह है जिसने वीडियो बनाकर एक मुस्लिम शख्स को जिंदा जला दिया था। फिलहाल वह जेल में है। इसके बाद अमित जानी लगातार हिंदुत्व,योगी आदित्यनाथ और यति नरसिंहानंद को अपना हीरो मानते आया है।
अब ऐसा तो हो नहीं सकता कि आचार्य प्रमोद बिना कांग्रेस आलाकमान को विश्वास में लिए ऐसे लोगों को सदस्यता दिलाए। ऐसा लगता है कि कांग्रेस जनता को मूर्ख समझ रही है। पार्टी को लगता है कि जनता उनके दोहरे चरित्र को नहीं समझ रही है।चारों तरफ से थू थू होने के बाद कॉंग्रेस को अपनी गलती का एहसास होता है। कांग्रेस को बताना चाहिये कि अगर आचार्य प्रमोद भ्रमित कर रहे हैं तो पार्टी ने उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की है।
एक ओर थू-थू होने के बाद कांग्रेस पार्टी नफरती अमित जानी से किनारा करती है तो वहीं दूसरी ओर पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम फिर से पोस्ट करके कहते हैं कि नफरत को सिर्फ मोहब्बत से हराया जा सकता है।
या तो प्रियंका गांधी को अपना राजनैतिक सलाहकार बदलना चाहिए या फिर कांग्रेस को दोहरा चरित्र दिखाना बंद कर देना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी अपनी विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध है.
किसी भी उन्मादी, अतिवादी एवं कट्टरपंथी तत्व की कांग्रेस में कोई जगह नहीं है.
ऐसे किसी भी व्यक्ति को कांग्रेस में सदस्यता नहीं दिलाई गई है.
यदि कोई भी इस चाल-चरित्र का व्यक्ति ऐसा दावा कर रहा है, वह सिर्फ भ्रमित कर रहा है. https://t.co/zXr6sfm2nO
— UP Congress (@INCUttarPradesh) January 16, 2022