यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं पहले पार्टी के नेताओं का जाना और अब जनता पार्टी के प्रत्याशी का विरोध कर रही है । प्रत्याशियों के विरोध में जनता खुलकर सामने आने लगी है, प्रत्याशियों से नाराज जनता उन्हें अपने गांव में प्रचार तक करने नहीं दे रही । इसका ताजा उदाहरण मुजफ्फरनगर के मुनव्वरपुर गांव में देखने को मिला। जहां लोगों ने इलाके के प्रत्याशी विक्रम सैनी को गांव से खदेड़ बाहर निकाला।
पहले चरण में पश्चिमी यूपी की सीटों पर चुनाव होने हैं। विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों ने चुनाव के मद्देनजर विधानसभा क्षेत्र में सक्रियता बढ़ा दी है। इसी क्रम में, प्रचार करने पहुंचे बीजेपी विधायक और मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट से प्रत्याशी विक्रम सैनी (Vikram Saini) को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। विक्रम सैनी ने इस विरोध को संभालने की कोशिश की लेकिन कुछ ही समय में विरोध इतना बढ़ गया कि आखिर में उन्हें अपनी गाड़ी में बैठकर गांव से निकलना पड़ा।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के मुताबिक जैसे ही विक्रम सैनी शाम को अपने खतौली क्षेत्र के गांव मुनव्वरपुर पहुंचे , लोगों ने इनकी गाड़ी को देखते ही इनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। लोग लगातार विक्रम सैनी वापस जाओ , और मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। और मामला तब और गंभीर हो गया जब अचानक लोगों ने सैनी की गाड़ी को घेर लिया , हालांकि इसके बाद माहौल को देखते हुए विक्रम सैनी गाड़ी में बैठ हाथ जोड़कर वहां से निकल गए।
विक्रम सैनी ने मीडिया वालों को घटना के बारे बताते हुए कहा कि ” जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें जो विरोध दिख रहा है असलियत में मामला यह है कि 2 लड़कों ने शराब पी रखी थी और वही विरोध भी कर रहे थे। वह दोनों लड़के राजपाल सैनी के साथ थे और आज भी उन्हीं के साथ हैं लेकिन केवल उन दो लड़कों को छोड़कर पूरा गांव मेरे साथ है। ”
अगर मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मुजफ्फरनगर का खतौली विधानसभा क्षेत्र किसान आंदोलन का गढ़ रहा है
राकेश टिकैत यहीं से आते हैं । किसान आंदोलन के दौरान किसानों और सरकार के बीच हुई तनातनी ,विक्रम सैनी का गांव से खदेड़े जाने और गांव वालों के विरोध के पीछे का कारण हो सकता है।